उत्तरप्रदेश के हाथरस में एक 17 वर्षीय लड़की के साथ गैंगरेप हुआ। पीड़िता को कानपुर अस्पताल में भर्ती करवाया लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर पीड़िता को राजधानी दिल्ली ले गए जहां कल बुधवार को पीड़िता ने दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद पूरा देश अक्रोशित हैं, इस पूरे मामले पर यूपी पुलिस पर कई सवाल उठ रहे है। जिसको लेकर पीड़िता के परिजन और ग्रामीण भी अक्रोषित हैं।
दरअसल, पीड़िता की मौत के बाद उसके पार्थिव शरीर को उनके गांव एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली से हाथरस लाया गया । जहां पीड़िता के परिजनों का आरोप हैं कि उनकी बेटी का आधी रात को ही पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों का कहना है कि उन्हें रीति रिवाज भी पूरे नहीं करने दिया।
इस दौरान मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को हाथापाई भी करनी पड़ी। परिजन पीड़िता के शव का सुबह अंतिम संस्कार करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन दबाव बनाया और रात्रि में ही अंतिम संस्कार कराया । जबकि ज़िला प्रशासन का कहना है कि उन्होंने परिवार की सहमति से ही सबकुछ किया हैं।
इस पूरी घटना पर सियासत भी गर्मा गई, लखनऊ से लेकर दिल्ली राजनीति होने लग गई है। इस सबके बीच सीएम योगी ने हाथरस घटना की जांच के लिए एस आईं टी का भी घटन गठन किया है जो सात दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट को सौंपेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के गृह सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्य वाली SIT का का गठन किया हैं । जिसमें एक महिला आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं। यह 7 दिनों के अंदर पूरी घटना की रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।